Menu
blogid : 23471 postid : 1133485

तनहा तनहा इन राहों पे

chand ka anchal
chand ka anchal
  • 23 Posts
  • 7 Comments

तनहा तनहा इन राहों पे  कोई नहीं आया बुलाने मुझे,

उस काफिले से छूटा तो में भी था.

जब रूठे सब तो मेने मनाया मुझे नहीं मनाया किसी ने,

एक जरा सी बात पे ही सही, पर रूठा तो में भी था.

शीशा टुटा आवाज आई, सबने कई बाते बनाई,

मेरा हाल न पूछा किसी ने,

दिल से ही सही, पर टुटा  तो में भी  था.

उस काफिले से छूटा तो  में भी था.

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh